
घुटनों में दर्द कई कारणों से हो सकता है। कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
क्या कम उम्र में ही आपके भी घोटालों में शुरू हो गया है दर्द ऐसे बैठे थे देखते हमेशा होता है बुढ़ापे का एहसास 15 दिन में सही होने के लिए अपनाएं ये तरीके:
- ऑस्टियोआर्थराइटिस: यह एक बारीक जोड़ों के अस्थियों के दर्द का मुख्य कारण है। यह उम्र के साथ-साथ बढ़ता है और जोड़ों को कमजोर बनाता है।
- रखरखाव: घुटनों का अत्यधिक उपयोग, वजन, अनुचित बैठने की आदत और सक्रिय जीवनशैली के कारण, घुटनों में दर्द हो सकता है।
- घाव: घुटने पर सीधा प्रहार, अपने पैरों पर गिरना, या अन्य घावों के कारण घुटनों में दर्द हो सकता है।
- उच्च शरीर का तापमान: उच्च शरीर का तापमान, जैसे बुखार, घुटनों में दर्द का कारण बन सकता है।
- अन्य रोग: दुर्बलता, संक्रमण, अनुचित खुराक के कारण, घुटनों में दर्द हो सकता है।
इन सभी कारणों से, ऑस्टियोआर्थराइटिस सबसे आम कारण है, जो घुटनों में दर्द का मुख्य कारण होता है।
घुटने में दर्द से राहत पाने के लिए कुछ प्राकृतिक फल, सब्जियां और औषधियों का उपयोग किया जा सकता है।
- हल्दी: हल्दी में मौजूद कुरकुमिन एंटी-इंफ्लेमेट्री प्रोपर्टीज वाला होता है, जो घुटने में दर्द को कम करने में मदद करता है।
- अदरक: अदरक में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेट्री प्रोपर्टीज भी होते हैं, जो घुटने में दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
- लहसुन: लहसुन में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेट्री प्रोपर्टीज भी होते हैं, जो घुटने में दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
- गुग्गुल: गुग्गुल में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेट्री प्रोपर्टीज भी होते हैं, जो घुटने में दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
- सेब: सेब में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेट्री प्रोपर्टीज भी होते हैं, जो घुटने में दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
- शल्लकी: शल्लकी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेट्री प्रोपर्टीज भी होते हैं, जो घुटने में दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
- आमला: आमला में मौजूद विटामिन सी और एंटी-इंफ्लेमेट्री प्रोपर्टीज भी होते हैं, जो घुटने में दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
- जायफल: जायफल में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेट्री प्रोपर्टीज भी होते हैं, जो घुटने में दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
- अमरुद: अमरुद में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेट्री प्रोपर्टीज भी होते हैं, जो घुटने में दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
- मेथी: मेथी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेट्री प्रोपर्टीज भी होते हैं, जो घुटने में दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
इन सभी प्राकृतिक फल, सब्जियों और औषधियों का उपयोग करके, आप घुटने में दर्द से राहत पा सकते हैं। लेकिन यदि घुटने में दर्द बहुत ज्यादा होता है, तो आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
घुटनों में दर्द एक आम समस्या है जो वृद्धि के साथ-साथ युवा लोगों में भी देखी जा सकती है। इस समस्या के लिए कुछ प्राकृतिक उपाय हैं जो घुटने के दर्द से राहत प्रदान कर सकते हैं।
- हल्दी: हल्दी में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो घुटनों के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। हल्दी को गर्म पानी में मिलाकर पीने से घुटनों का दर्द कम होता है।
- अदरक: अदरक में मौजूद एंटी-इन्फ्लामेट्री प्रतिशतों के कारण, यह घुटनों के दर्द को कम करने में मदद करता है। अदरक को गर्म पानी में मिलाकर पीने से घुटनों का दर्द कम होता है।
- लहसुन: लहसुन में मौजूद एंटी-इन्फ्लामेट्री प्रतिशतों के कारण, यह घुटनों के दर्द को कम करने में मदद करता है। लहसुन को गर्म पानी में मिलाकर पीने से घुटनों का दर्द कम होता है।
- सेब: सेब में मौजूद एंटी-इन्फ्लामेट्री प्रतिशतों के कारण, यह घुटनों के दर्द को कम करने में मदद करता है। सेब को सब्जी या रस के रूप में खाने से घुटनों का दर्द कम होता है।
- सब्जियां: घुटनों के दर्द के लिए सब्जियों में अनेक पोषक तत्व होते हैं। भिंडी, गाजर, शलगम, मूली, फूलगोभी, पालक, मेथी, टमाटर और प्याज जैसी सब्जियां खाने से घुटनों का दर्द कम होता है।
- औषधियां: घुटनों के दर्द के लिए कुछ औषधियां भी होती हैं। जैसे- महारस्नादि क्वाथ, सिंहनाद गुग्गुल, महायोगराज गुग्गुल, योगराज गुग्गुल, महाशंखवटी, संजीवनी वटी, महारस्नादि तेल, महानारायण तेल, सिंधुवारी चूर्ण आदि।
इन सभी प्राकृतिक उपायों को अपनाकर आप अपने घुटनों के दर्द से राहत पा सकते हैं। हालांकि, यदि आपका घुटनों का दर्द बहुत ज्यादा है या लंबे समय से है, तो आपको एक डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।