
इस विपक्षी नेता ने सभी पार्टियों के साथ मिलकर बनाई बीजेपी को हराने की रणनीति,बीजेपी पार्टी में भारी निराशा का माहौल
जैसा कि आपको पता है सन 2024 में लोकसभा के चुनाव प्रस्तावित हैं ।बीजेपी अपने पूरे दमखम के साथ एक बार पुणे पूर्ण बहुमत से सत्ता में आने को बेताब है तो वह कांग्रेस पार्टी के साथ अन्य क्षेत्रीय दल व कुछ अन्य राजनीतिक दल बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देना चाहते हैं ।और इसी क्रम में पहले नीतीश कुमार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से मिले थे और उसके बाद नीतीश कुमार उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ दिल्ली पहुंचे और वहां उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से स्वागत किया और मीटिंग की और उसके बाद भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिले ।जदयू अध्य्क्ष नीतीश कुमार और रजद प्रमुख लालू यादव विपक्षी एकता को मजबूत बनाना चाहते हैं ।राष्ट्रीय पार्टी आप के नेट। अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का चिन्ह मिल गया है समाजवादी पार्टी की सहयोगी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अपनी धाक रखने वाली राष्ट्रीय लोक दल ने अपना चिन्ह लगा दिया है और ऐसा पहली बार हुआ है जब पार्टी ने अपना चुनाव चिन्ह ही गवा दिया।
इसके पहले राहुल गांधी ने पूरे भारत की भारत यात्रा पर के सभी बच्चे नेताओं को इसमें शामिल होने का आमंत्रण दिया था। और विपक्षी एकता की बात कही थी के अलावा अखिलेश यादव लालू यादव केजरीवाल के अलावा इस डाली ममता बनर्जी और अन्य कई बड़े विपक्षी नेता जिसमें डीएमके और केरल की लेफ्ट पार्टियां भी शामिल है यह सब मिलकर एक साथ आकर 2024 में नरेंद्र मोदी को वोट नहीं देना चाहते हैं क्योंकि इन सब का आरोप है नरेंद्र मोदी और लोकतांत्रिक तानाशाही की तरफ बढ़ रहे हैं और देश के लोकतंत्र खत्म करना चाहते हैं।
देश में चलते हुए माहौल और ईडी व सीबीआई की तानाशाही के खिलाफ लगातार विपक्षी नेता एकजुट ही रहेहै और रोज नए मीडिया से वार्ता मे नए नए आरोप लगा रहे हैं।