
कांग्रेस के पायलट के विद्रोही तेवर, अपने ही सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा शुरू किया अनशन..
गौरतलब है कि इस समय भारतीय जनता पार्टी जहां केंद्र में सरकार में है ,वही अधिकतर राज्य में या तो वह सरकार में है या फिर सहयोगी पार्टी के रूप में सत्ता में मौजूद है लेकिन भारत की दूसरी सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी और सबसे अधिक समय तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेश पार्टी इन दिनों काफी मुस्लिमों से गुजर रही है और केवल गिने-चुने कुछ राज्य में यूज की सरकार है कुछ राज्य में तो बनी हुई सरकार भी बीजेपी ने गिरा दी और कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया।
जहां विरोधी पार्टी और उभरते क्षेत्रीय दल कांग्रेस की पहले से मुसीबत बने हुए थे तो वहीं अब कांग्रेस की आपसी फूट भी कांग्रेस के लिए मुसीबत बनती जा रही है ।आपको बता दें कि इसी बीच कांग्रेश पार्टी राजस्थान में जहां सत्ता में है वहां पर तो नेताओं के बीच हमेशा से टक्कर देखी जाती रही है और अब वहां के उपमुख्यमंत्री राजेश पायलट ने अपने ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और अनशन पर बैठ गए।
उन्होंने कहां की जब चुनाव हो रहे थे और उनकी पार्टी सत्ता में नहीं थी तो उन्होंने वादा किया था कि सत्ता में आते ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की सरकार में हुए घोटालों नियमों में भर्ती के सावधानियों की जांच की जाएगी और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। लेकिन जब से कांग्रस सत्ता में आई है तब से वह लगातार ऐसा करने से बच रही है और अपराधियों को बचा रही है। आगे पायलट ने कहा कि वे सत्याग्रह आंदोलन को जारी रखेंगे और सरकार से मांग करेंगे कि सरकार जल्द से जल्द एक जांच कमेटी गठित करें और आपको बता दें कि उनके आंदोलन के पीछे लगे हुए पोस्टर में गांधी की तस्वीर नजर आ रही है और पार्टी के लंबे समय तक अध्य्क्ष रखने वाले गांधी परिवार से नहीं लगाई गई है जिससे कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि राजेश पायलट जल्द ही बगावती तेवर अपना सकते हैं इसके पहले गुलाम नबी आजाद ,हार्दिक पटेल,ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई बड़े-बड़े नेता कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं।