
क्या आप भी परेशान हैं कम उम्र में सफेद होते बालों से …अपनाएं यह तरीका बुढ़ापे तक काले ही रहेंगे आपके बाल–
आज तक तमाम शारीरिक स्वास्थ्य समस्याओं के साथ-साथ झड़ते बालों की एक प्रमुख समस्या बन गई है ।बाल झड़ने के साथ-साथ कम उम्र में ही सफेद होने लगते हैं वैसे 35 से 40 साल में बालों का सफेद होना एक प्राकृतिक कारण है लेकिन आजकल 18 से 25 साल के उम्र के युवाओं के भी बाल सफेद होते दिख रहे हैं तथा यह चिंता का विषय बना हुआ है। कई कई बार तो यह जैनेटिक होता है तथा कई बार किसी अन्य कारणों से बाल सफेद होने लगता है लेकिन सामान्य युवाओं में ये लक्षण तेजी से देखने को मिल रहा है आइए जानते हैं इसके कुछ प्रमुख कारण–
संतुलित आहार का न लेना-
हमारे शरीर के सभी अंगों को स्वस्थ रहने के लिए संतुलित व पौष्टिक आहार की जरूरत होती है ।हमारे शरीर का हर एक अंग किसी विशेष खनिज लवण से पोषित होता है तथा कोई भाग प्रोटीन तो कोई विटामिन से वृद्धि करता है। इसी तरह बालों के लिए भी एक विशेष संतुलित आहार को लेना जरूरी होता है ।अगर हमारे खाने में संतुलित चीजे ना शामिल हो तो कम उम्र में बाल सफेद होने लगते हैं।
डिप्रेशन और तनाव–
आजकल शारीरिक बीमारियों के साथ-साथ युवाओं में मानसिक बीमारियों का भी खूब तेजी से बोलबाला बढ़ रहा है।जहां युवा तनाव अवसाद से भरे होते हैं तो वहीं वह बहुत ज्यादा टेंशन लेते हैं ।जिसकी वजह से कम उम्र में ही उनके बाल झड़ने लगते हैं तथा उनका रंग सफेद होने लगता है।
रासायनिक चीजों का बालों में प्रयोग–
आजकल के युवा फैशन के चक्कर में बालों में विभिन्न प्रकार के तेल और शैंपू का प्रयोग करते हैं जो की पूरी तरह से रसायनों से बने होते हैं तथा हमारे बालों के स्वास्थ्य के लिए किसी भी प्रकार से ठीक नहीं होते हैं। कुछ समय तक तो भी अच्छे लगते हैं लेकिन उनका लांग टर्म इफेक्ट बहुत बुरा प्रभाव डालता है तथा बाल सफेद होने लगते हैं।
हमें बालों से पकने से बचाने के लिए रोजाना शैंपू का प्रयोग करने से बचना चाहिए तथा किसी भी प्रकार के तेल और शैंपू को प्रयोग नहीं करना चाहिए। बल्कि डॉक्टरों द्वारा ऑथोरिज़्ड एवँ अच्छे प्रोडक्ट व अच्छी कंपनी के शैंपू और तेल का ही प्रयोग करना चाहिए। इसके साथ-साथ हमें हमारे डाइट में हेल्थी भोजन तथा अच्छे खाने का प्रयोग करना चाहिए और ऐसे भोजन के बालों के लिए लाभकारी हो था हमें कम उम्र में इस दिक्कत का सामना न करना पड़े।