
प्रसिद्ध कथावाचक एवं मोटिवेशनल स्पीकर तथा हिंदू धर्म की साध्वी जया किशोरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें उन्होंने दावा किया है कि मोर तथा मोरनी गर्भवती होने के लिए आपस में संभोग नहीं करते हैं बल्कि मोरनी मोर के आंसुओं को पी करके गर्भवती होती है। आइए जानते हैं उनके इस दावे में कितनी सच्चाई है तथा वैज्ञानिकों की इस पर क्या राय है-
जया किशोरी के वायरल हो रही वीडियो में उन्होंने दावा किया है कि मोर मोरनी आपस में संभोग नहीं करते और वह इसीलिए शुद्ध हैं । कृष्ण भगवान इसीलिए मोर पंखे का प्रयोग करते थे ।लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि मोरनी नाचते हुए मोर को देखती है तो वह उस से आकर्षित हो जाती है तथा पास में जाकर बहुत ही जल्द में शारीरिक संबंध बना लेते हैं ।जिससे वह गर्भवती हो जाती है और आम लोग जान नहीं पाते तथा वैज्ञानिक इस बात से पूरी तरह पर असहमत हैं कि आंसू पीकर मोरनी गर्भवती होती है।
आपको बता दें कि इसके पहले साध्वी जया किशोरी का नाम बागेश्वर धाम सरकार प्रसिद्ध हिंदू कथावाचक धीरेंद्र शास्त्र के साथ भी जोड़ा जा रहा था तथा लोगों का कहना था कि धीरेंद्र शास्त्री साध्वी जया किशोरी से विवाह करेंगे ।इस पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि ऐसी कोई बात नहीं है तथा जया किशोरी उनकी बहन जैसी हैं और शादी के सवाल पर उन्होंने कहा कि गुरु आज्ञा होने पर सही वक्त पर शादी करेंगे लेकिन अभी उनका ऐसा कोई उद्देश्य नहीं है।
जया किशोरी के दावो में कोई सच्चाई नहीं है ।वस्तुतः पुराने जमाने में विज्ञान तथा टेक्नोलॉजी के अभाव में लोग समझ नहीं पाते थे तथा उन्हें लगता था मोर मोरनी संभोग नहीं करते हैं क्योंकि एक प्रसिद्ध कहावत भी है कि जंगल में मोर नाचा किसने देखा ।लेकिन अब नए जमाने में पशु वैज्ञानिक तथा विभिन्न वैज्ञानिकों के शोध से पता चलता है कि भले ही कम समय के लिए किंतु मोर मोरनी आपस में संबंध बनाते हैं और उसी के बाद ही मोरनी गर्भवती होकर अंडे देती है तथा आंसू पीना यह एक पूरी तरह से कल्पना मात्र है इसका सच्चाई से कोई संबंध नहीं है।