
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में प्रसिद्ध हत्याकांड जो कि पूरे उत्तर प्रदेश की राजनीति में उठल पुथल मचा दिया था ।उमेश पाल हत्याकांड उसके एक आरोपी को पुलिस ने 1 दिन धूमनगंज में एनकाउंटर में ढेर कर दिया था ।जबकि कल सवेरे सवेरे पुलिस ने एक और आरोपी जिसने सामने से जाकर पहली गोली उमेश पाल को मारी थी ,जिसका नाम पुलिस ने उस्मान बताया है ।उसको पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। योगी ने कहा था कि मिट्टी में मिला देंगे ऐसे अपराधियों को और कुछ ऐसा ही यूपी सरकार कर रही है। इस बात का यूपी के सांसद रवि किशन ने समर्थन किया था और उन्होंने उस्मान के एनकाउंटर की बहुत ही प्रशंसा की है साथ ही यूपी में बीजेपी के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने भी इस बात से खुशी जाहिर की है और योगी के नेतृत्व में प्रदेश की बेहतर होने की संकल्पना आगे बढ़ने की बात कही है।
जबकि मृतक की पत्नी ने पुलिस पर बेहद बड़े एवं गंभीर आरोप लगाए हैं तथा मीडिया वालों से उसने खुलकर बात की है।
उस्मान की पत्नी ने बताया कि उसका असली नाम विजय चौधरी था। पुलिस ने उसका नाम उस्मान दिया है और विजय उसका पति साधारण ड्राइवर था तथा वह अतीक अहमद को जानता तक नहीं था ।उसकी पत्नी ने आरोप लगाया है कि यह सब पुलिस की सोची समझी साजिश के तहत उनकी हत्या की गई है तथा परिवारजनों ने इस पूरे एनकाउंटर पर गंभीर आरोप लगाए हैं तथा सवाल उठाते हुए कहा है कि विजय चौधरी जैसे सीधे साधे इंसान को मोहरा बनाकर गोली मारी गई।
विजय चौधरी की पत्नी सुहानी ने कहा है कि हम सभी लोग हिंदू हैं तथा हमारा मुस्लिम नाम नहीं है ।ना हमारा धर्म जब की पुलिस जबरदस्ती हमारा पति का नाम उस्मान बता रही ।जबकि उनका असली नाम विजय चौधरी था ।आगे उसने रोते हुए कहा कि मेरे तीन बच्चों और मेरे देखभाल के लिए उसका पालन पोषण के लिए कोई नहीं है ।अतः पुलिस वालों से निवेदन है कि मुझे भी गोली मार दे तथा एनकाउंटर कर दें इस महिला ने योगी पर आरोप लगाए तथा पुलिस वालों के इनकाउंटर पर भी सवाल खड़े किए।
जबकि पुलिस का कहना है कि विजय चौधरी का पुलिस ने सही नाम उस्मान बताया है ।यह नाम अतीक के बेटों ने उस्मान को दिया था ।उसमान अतीक के गैंग का शार्प शूटर था तथा उसने ही पहली गोली उमेश पाल पर चलाई थी तथा साथ ही साथ उसकी ही गोली से उमेश पाल के गनर की भी मौत हुई थी।
पुलिस का मुखबिर तंत्र बहुत एक्टिव था तथा उसने सभी अपराधियों को पहचान लिया था । पहली गोलीचलाने वाले विजय की शिनाख्त नहीं की हो पाई थी ।उसके बाद आप सुबह तड़के पुलिस को एक मुखबिर का फोन आया और उसने सूचना दी कि विजय को देखा गया पुलिस ने पहुंचकर एनकाउंटर कर दिया।