आजकल लगभग सभी लोकतांत्रिक देशों में पुरुष या महिला सभी को बराबर का अधिकार मिल रहा है जो कार्य पुरुष करते हैं तोड़ब महिलाएं भी कर सकती हैं ।कहीं भी महिलाओं एवं पुरुषों के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाता ।कुछ गिने-चुने तालिबानी एवं राजतंत्रआत्मक देशों को छोड़ दें तो लगभग सभी लोकतांत्रिक देशों में महिलाओं पुरुषों में समानता पाई जाती है। लेकिन रीति-रिवाजों एवं परंपराओं के मामले में यह एकदम उलट है। आज भी पुराने रिवाज एवं परंपराओं में महिला और पुरुषों में भेद किया जाता है तथा महिलाओं को पुरुषों से कम अधिकार और सम्मान दिया जाता है ऐसा ही कुछ होता है जापान के समुद्र से क्या होता है।
घूमने टहलने एवं पर्यटन में पुरुषों एवं महिलाओं में कोई भेद नहीं किया जाता है ।जहां पुरुष जा सकते हैं वहां किसी भी जगह पर महिलाएं भी जा सकती हैं ।चाहे वह कोई भी अस्थान हो लेकिन आपको बता दें कि जापान की एक द्वीप पर केवल पुरुषों को जाने की अनुमति है जबकि महिलाओं को जाना वहां पर पूरी तरह से वर्जित एवं अवैध है।
जापान में जहां पर यह आईलैंड है एवं जहां पर महिलाओं को जाना पूरी तरह से वर्जित है यहां पर शिंटो धर्म के नियमों का पालन किया जाता है।
यहां जाने के लिए पुरुषों को भी विशेष नियमों का पालन करना पड़ता है तथा कोरिया स्ट्रीट के पानी से पुरुषों को पूरी तरह से नग्न होकर नहाना पड़ता है कोई भी पुरुष हो, यहां जाने पर उसको निर्वस्त्र होना जरूरी है तथा कोरिया स्ट्रीट के पानी में नहाने पर ही वह आगे बढ़ सकता है।
इस द्वीप पर 17 वी सदी का एक मंदिर बना हुआ है जहां पर माना जाता है कि उस समय नाव चालकों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की जाती थी। यहां अभी एक अजीब एवं विशेष तरीके से पूजा की जाती है।
यहां पर जाने वाले पुरुष अपने साथ कोई भी चीज ना लेकर जा सकते हैं ना ही कोई भी वस्तु वहां से लेकर आ सकते हैं ।यहां तक कि वहां से आने पर किसी को भी वहां के बारे में कोई बात नहीं बता सकते हैं कि उसको पूरी तरह से रहस्यमई रखा जाता है ।तथा रिपोर्ट्स की माने तो वहां पर सोने चांदी हीरे जवाहरात एवं बहुत ही सारे खजाने याद रखे गए हैं।
यहां पर जाने के लिए कुछ 200 लोगों को चुना जाता है और साल में केवल 1 दिन यहां का के दरवाजा खोला जाता है। तथा 27 मई को यहां पर विशेष पूजा की जाती है जिसमें सभी लोगों को निर्वस्त्र होकर कोरिया स्ट्रीट में नहाकर आगे जाकर मंदिर के दर्शन करने होते।
यहां पर महिलाओं का आना इसलिए मना है क्योंकि सभी पुरुष निर्वस्त्र होकर जाते हैं तथा अगर यहां कोई महिला जाती है ।तो उसको भी निर्वस्त्र होकर जाना पड़ेगा और ऐसे में वहां पर सुरक्षा एवं पुरुषों महिलाओं में शर्मी आदि को देखते हुए महिलाओं को जाना वर्जित है।