हमारा शरीर हड्डियों एवं मांस पेशियों से बना हुआ है ।जबकि इस को सुचारू रूप से काम करने के लिए विभिन्न प्रकार के खनिज तत्वों की जरूरत है जो खनिज तत्व हमें भोजन के रूप में प्राप्त होते हैं। उन खनिज तत्वों में सबसे महत्वपूर्ण खनिज तत्व है प्रोटीन। यह हमारे शरीर में नई कोशिका निर्माण के लिए सहायक होता है तथा पुरानी कोशिकाओं को मजबूत रखता है। गर्भवती महिलाएं एवं बच्चे इस कोशिश में वृद्धि के लिए इस खनिज तत्व का भारी मात्रा में प्रयोग करते हैं।
प्रोटीन किसी भी उम्र के व्यक्ति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है यह हमारे शरीर में एक विशेष प्रकार की एंजाइम का निर्माण करता है, जिसका नाम हीमोग्लोबिन है। जो शरीर के विभिन्न हिस्सों में रक्त प्रवाह था रक्त सुचारू रूप से संचालन के लिए जिम्मेदार है। सभी व्यक्तियों के लंबाई एवं भार के अनुसार उसके शरीर में प्रोटीन की आवश्यकता होती है लेकिन वैज्ञानिकों तथा विद्वानों की माने तो एक सामान्य व्यक्ति को रोज 25 से 30 ग्राम प्रोटीन की जरूरत पड़ती है। जो लोग मांसाहारी हैं अर्थात किसी दूसरे जानवर का मांस खाने के रूप में लेते हैं तो उनके शरीर में प्रोटीन की कमी जल्दी नहीं देखी जाती लेकिन जो लोग शाकाहारी हैं उनकी प्रोटीन की आपूर्ति में बड़ी कठिनाई होती है तथा कभी-कभी प्रोटीन की कमी हो जाने पर शरीर में विभिन्न प्रकार की दिक्कतें एवं परेशानिया आने आने लगती हैं जिसे कभी हल्के से ना ले बल्कि गंभीरता से उनका ध्यान दें।
प्रोटीन की कमी होने पर शरीर में एडिमा नाम की बीमारी हो जाती है। जिसके कारण हाथ पैर तथा अन्य शरीर के अंगों में सूजन आने लगती है यह लक्षण हमें दिखाता है कि शरीर में प्रोटीन की कमी है।
प्रोटीन की कमी हमारी शरीर के मानसिक रूप को भी कमजोर कर देता है। हमारा शरीर बेहद ही दुखी निराश एवं आक्रामक महसूस करने लगता है। हम मानसिक रूप से अस्वस्थ जैसा महसूस करने लगते हैं तथा चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है।
प्रोटीन की कमी से त्वचा में रूखापन,बालों का पतला होना एक सामान्य लक्षण है जबकि साथ ही साथ नाखून बड़े होने पर टूटने लगते हैं, एवं बाल पतले होकर झड़ने लगते हैं यह सभी प्रोटीन की कमी के लक्षण हैं।
जिन लोगों में प्रोटीन की कमी है उनके शरीर में लगे घाव जल्दी सही नहीं होते हैं। जबकि रक्त का प्रवाह ज्यादा तेजी से होता है और हीमोग्लोबिन का निर्माण धीरे होता है जिससे शरीर के रक्त के थक्के नहीं जल्दी बनते।
प्रोटीन को कमी को पूरी करने के लिए चिकन अंडे मांस मछलियां एवं विभिन्न प्रकार की दालें अनाज फल फूल एवं हरी सब्जियां उपयोगी सिद्ध होती है।