
आपको बता दें कि दिल की बीमारियां इस समय पर भारत में भी तेजी से बढ़ रही हैं। पिछले कुछ समय से दिल की बीमारियां स्थिति तथा उनमें तेजी से बढ़ोतरी नहीं तरह की जा रही थी, लेकिन लॉकडाउन के बाद पिछले 2 से 3 साल से भारत में दिल की बीमारियों का बहुत तेजी से प्रचलन हुआ है। पहले दिल की बीमारियां 40 की उम्र के बड़े लोगों में देखी जाती थी,जबकि अब दिल की बीमारियां युवाओं से लेकर के वयस्कों तक में देखी जा रही हैं । 30 से कम के उम्र के लोगों में दिल की बीमारियां जहां बहुत ही मुश्किल से देखी जाती थी, अब यह बात सामान्य हो गई है।
बीते 25 फरवरी को तेलंगाना के नांदेड़ में एक युवक शादी में गाने पर डांस कर रहा था और डांस करते करते अचानक स्टेज पर गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई ।यह एक बहुत ही घटना नहीं है इसके पहले उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक युवक शादी में नाचते नाचते मर गया था। उसके पहले रामायण के रामलीला मंचन में हनुमान का रोल कर रहे एक व्यक्ति की पूंछ में आग लगाई गई और वह लंका दहन का सीन कर रहा था और सीन करते करते अचानक गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई ।उसके पहले एक बस ड्राइवर जो कि हरियाणा में बस चालक था वह रोड पर चलते चलते उसको हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई ।साथ ही साथ बस के अनियंत्रित होने से कई लोग बस के नीचे आ गए जबकि बस भी पलट गई उसमें भी काफी लोग जख्मी हुए एवं कईयों की मौत हो गई। दिल का दौरा जहां एक इंसान को नुकसान दे होता है तो कभी-कभी एकाएक मृत्यु के कारण कई लोगों की सामूहिक मृत्यु का कारण भी बन जाता है।
हैदराबाद के एक जिम के वर्कआउट करते समय एक पुलिसवाले की एकाएक मौत हो गई जिसकी उम्र 24 साल थी जबकि हैदराबाद में ही शादी के दौरान अपने विवाह में नाचते हुए एक दूल्हे की एकाएक मौत हो गई थी।
गुजरात में एक मैच के दौरान जीएसटी कर्मचारी की स्टेडियम में गिरकर एकाएक दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी ऐसी घटनाएं काफी आम हो गई है जहां की कम उम्र के व्यक्तियों को साधारणतया हार्ट अटैक आ रहा है एवं उनकी मौत हो जा रही।
मध्यप्रदेश के इंदौर में कराए गए एक सर्वेक्षण में सामने आया है कि सिर्फ इसी शहर के 18 वर्ष से अधिक उम्र के 48 परसेंट युवाओं ने धीरे से संबंधित ऐसी कोई न कोई बीमारी है जो भविष्य में दिल के दौरे का कारण बन सकती है। इन बीमारियों में बेहद आम बीमारी कोलेस्ट्रॉल एवं ब्लड प्रेशर की बीमारी थी जो कि कम उम्र में युवाओं में आने के कारण बड़े होते होते हार्ट अटैक एवं दिल के दौरे का एक प्रमुख कारण बन जाती हैं। इस जहां से जुड़े एक महिला अधिकारी ने बताया कि अधिकतर लोग किडनी एवं गुर्दे के साथ फेफड़े की बीमारियों से भी पूछ रहे हैं।
कोरौना के बाद हार्टअटैक के बढ़ते मामलों को कई लोग कोविड-19 को जिम्मेदार बता रहे हैं तो कई लोग इसके उपचार के लिए लगाई गई वैक्सीन को जिम्मेदार मान रहे हैं हालांकि दुनिया के कई देशो में पोस्ट कोविड-19 पर स्टडी चल रही है और इसके बारे में अभी भी कुछ कहना जल्दबाजी ही होगी। युवाओं में शराब एवं धूम्रपान का बढ़ता प्रयोग तथा धीरे धीरे बढ़ता वजन तक खराब जीवनशैली रहन-सहन भी दिल के दौरे का प्रमुख कारण है।