May 29, 2023

आपको पता था कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से ताल्लुकात रखने वाले गैंगस्टर एवं नेता अतीक अहमद शुरुआत से ही अपराध की दुनिया का बादशाह रहा है।छोटी सी उम्र में पहली बार हत्या करने से लेकर हत्यारों की क्षेत्र का सबसे बड़ा हत्यारा बनने के बाद विधायक, सांसद एवं बड़े स्तर का नेता बनता चला गया ।आज भी उसकी प्रयागराज के आसपास के क्षेत्रों में बड़ी रसूख मानी जाती है ।शुरू में वह जवाहरलाल नेहरू के लोकसभा क्षेत्र फूलपुर से पहली बार विधायक एवं सांसद चुना गया था।समाजवादी पार्टी के नेता के रूप में उसने बसपा के बड़े नेता एवं विधायक राजू पाल हत्याकांड करवाया था। और अब राजू पाल हत्याकांड के इकलौते गवाह उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद एवँ उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन एवं उसके दोनों बेटों के खिलाफ पुलिस ने नामजद मुकदमा दर्ज किया है आपको बता दें कि अतीक के सांसद बनने पर विधायक की सीट खाली हो गई थी। जिस पर अपने छोटे भाई अशरफ को चुनाव उम्मीदवार बनवाया था।उसके छोटे भाई के खिलाफ कभी अतीक अहमद का दाया हाथ रहे एवं उसके साथ काम करने वाली राजू पाल बसपा के उम्मीदवार बने ।अतीक अहमद को यह स्वीकार नहीं हुआ कि उनके नीचे काम करने वाला व्यक्ति आज उनके खिलाफ क्या खड़ा हुआ है ।यह बात अतीक अहमद को हमेशा खनकती रहे और जब राजू पाल ने अतीक अहमद के छोटे भाई को चुनाव में हरा दिया। तब से लेकर हमेशा राजू पाल की हत्या की अतीक अहमद साजिद रचता रहा।पहली बार 3 महीने बाद ही उसने हमले करवाए थे तथा 1 साल के भीतर ही उसने राजू पाल की हत्या करवा दी।उस समय राजू पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी अतीक अहमद को ही बनाया गया एवं मुख्य गवाह राजू पाल के साथ काम करने वाले उमेश पाल बने। उसके बाद राजू पाल की पत्नी पूजा पाल सपा से विधायक चुनी गई ।अब कुछ समय पहले उमेश पाल की भी कुछ संदिग्ध लोगों द्वारा हत्या करने के लिए पुलिस की जांच कर रही है जिसमें कई चेहरे सीसीटीवी कैमरे नजर आए है। अतीक अहमद एवं उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन एवं उसके दोनों बेटों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है।

आपको बता दें कि अभी अतीक अहमद गुजरात के जेल में बंद है वह प्रयागराज के नैनी में उपस्थित एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट (SHUATS)के प्रोफेसर की हत्या के आरोप में जेल में बंद है।वह पांच बार विधायक एवं एक बार सांसद रह चुका है ।लखनऊ के प्रसिद्ध गेस्ट हाउस कांड में मायावती के साथ बदसलूकी एवं बदतमीजी करने का मुख्य आरोपी रह चुका है ।जिसके बदले में मायावती सरकार ने उस को भारी नुकसान पहुंचाया था उसकी कई बड़ी बड़ी बिल्डिंग एवं अवैध कार्यों को गिरवा दिया था।
आपको बता दें कि शुरू में तीन बार अतीक अहमद निर्दलीय चुनाव लड़ा एवं विधायक बना लेकिन उसके रसूख को देखते हुए 1996 में पहली बार समाजवादी पार्टी ने इस को टिकट दिया और समाजवादी पार्टी की टिकट पर वह विधायक बना उसके बाद समाजवादी पार्टी ने कभी भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की सीट फूलपुर से उम्मीदवार बनाया और उसने भारी मतों से संसद में एकतरफा जीत हासिल।

1 thought on “उत्तर प्रदेश के बड़े माफिया अतीक अहमद की अपराध की दुनिया के पहले कदम से लेकर अब तक,जाने पूरी कहानी

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